हरिद्वार से केदारनाथ की दूरी
हरिद्वार से केदारनाथ की दूरी
भारत एक आध्यात्मिक विविधता का देश है, और उत्तराखंड राज्य धार्मिक स्थलों का खजाना है। एक ऐसा पवित्र यात्रा जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों को पूरी दुनिया से आकर्षित करता है, वह हरिद्वार से केदारनाथ की यात्रा है। यह यात्रा आपको दिव्य दृश्यों के माध्यम से गुज़रने का अवसर प्रदान करती है और एक गहरे आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है।
हरिद्वार: भगवान की यात्रा का द्वार
केदारनाथ की यात्रा आमतौर पर हरिद्वार से शुरू होती है, जो हिन्दुओं के लिए सात पवित्र स्थलों में से एक है। गंगा नदी के किनारे स्थित हरिद्वार अपने जीवंत गांधर्वों की तरह प्रसिद्ध है, जहां प्रतिवर्ष अनगिनत पिलग्रिम्स और पर्यटक आते हैं। यहां गंगा का अद्वितीय दर्शन करने का और मानसा देवी के मंदिर का दर्शन करने का अवसर मिलता है।
गंगा स्नान: पापों की मोचन
हरिद्वार यात्रा का पहला महत्वपूर्ण अंश है गंगा में स्नान करना। यहां पर स्नान करने का यह मान्यता है कि यह पापों की मोचन करता है और आत्मा को शुद्ध करता है। हरिद्वार के हर किनारे पर हजारों श्रद्धालु रोज आते हैं और गंगा के पावन जल में अपने पापों को धोने का अवसर पाते हैं।
हर की पौड़ी: आध्यात्मिक गुरुकुल
हरिद्वार से आगे की यात्रा का पहला ठिकाना हर की पौड़ी है, जो आध्यात्मिक शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है। यहां एक गुरुकुल है, जिसमें वेदों, उपनिषदों, और धार्मिक ग्रंथों की पढ़ाई की जाती है। यहां योग, ध्यान, और आध्यात्मिक ज्ञान का अद्वितीय अध्ययन किया जाता है, और शिक्षार्थियों को आत्मा के विकास का मार्ग दिखाया जाता है।